Press, Share | Jul 14, 2014
विश्व हिन्दू परिषद के मार्गदर्शक आचार्य गिरिराज किशोर के निधन का समाचार सुनकर मुझे गहरा दुख हुआ है। आचार्य गिरिराज किशोर ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, जनसंघ और विश्व हिन्दू परिषद के माध्यम से अपने अंतिम समय तक देश और समाज की समर्पित भाव से सेवा की । शिक्षक के रूप में सार्वजनिक जीवन शुरु करने वाले आचार्य गिरिराज किशोर ने कुछ ही समय बाद नौकरी छोड़कर अपना जीवन भगवान श्रीराम के कार्यों के लिए समर्पित कर दिया। आपातकाल के दौरान उन्होंने लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाने का संघर्ष किया और जेल गये। त्याग और निर्भीकता के प्रतीक आचार्य गिरिराज किशोर ने अपना शरीर भी सामाजिक कार्य के लिए दान देने का संकल्प लिया । उनका व्यक्तित्व सदैव ही देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा। भगवान से मेरी प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे।