Press, Share | Sep 01, 2019
01 Sep 2019
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह द्वारा शोलापुर (महाराष्ट्र) में महाजनादेश यात्रा के दूसरे चरण के समापन अवसर पर आयोजित जन-सभा दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु
महाराष्ट्र की जनता ने पिछले बार से भी अधिक बहुमत के साथ श्री देवेन्द्र फड़णवीस के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी सरकार के गठन का निर्णय कर लिया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फड़णवीस जी का कार्यकाल स्वर्णाक्षरों में अंकित किया जाएगा
*********
15 सालों तक कांग्रेस-एनसीपी सरकार ने महाराष्ट्र में और 10 वर्षों तक केंद्र में भ्रष्टाचार के कलंक की ऐसी गाथा लिखी कि विकास के मामले में प्रदेश पिछड़ता ही चला गया। लेकिन केवल पांच वर्ष में ही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में श्री देंवेंद्र फड़णवीस ने राज्य के गौरव को पुनः प्रतिष्ठित कर विकास के पथ पर अग्रसर किया है
*********
कांग्रेस और एनसीपी, दोनों ही पार्टियां लोकतंत्र में नहीं, परिवारवाद में यकीन रखती है। उन्हें अपने-अपने परिवारों और सगे-संबंधियों की चिंता है, महाराष्ट्र की जनता की नहीं। यही कारण है कि आज सभी पार्टियों और समाज के हर तबके के लोग भाजपा के साथ जुड़ना चाहते हैं
*********
शरद पवार और राहुल गाँधी, दोनों महाराष्ट्र चुनाव से पहले प्रदेश की जनता के सामने स्पष्ट करें कि वे धारा 370 और 35A के हटने के समर्थन में हैं या नहीं? महाराष्ट्र की जनता इसका स्पष्टीकरण चाहती है। क्या कांग्रेस और एनसीपी चाहती है कि भारत में पाकिस्तानी आतंकियों का तांडव जारी रहे?
*********
राहुल गाँधी बयान देते हैं कि धारा 370 को हटा कर भाजपा सरकार ने अच्छा नहीं किया। वे कहते हैं कि जम्मू-कश्मीर में हिंसा हो रही है जबकि 05 अगस्त 2019 से आज तक जम्मू-कश्मीर में एक भी गोली नहीं चली है और सेना की गोली से एक भी आम नागरिक की मृत्यु नहीं हुई है
*********
राहुल गाँधी के इस दुर्भाग्यपूर्ण बयान का उपयोग पाकिस्तान की संसद भारत के खिलाफ करती है, इस बयान का उपयोग पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के खिलाफ पिटीशन में करता है। क्या कारण है कि राहुल गाँधी जो बयान देते हैं, पाकिस्तान भी वही बोलता है। मैं जानना चाहता हूँ कि राहुल गाँधी के ऐसे बयानों का मकसद क्या है?
*********
ये केवल धारा 370 और 35A के हटने का सवाल नहीं है, जेएनयू में जब राष्ट्रद्रोही तत्वों द्वारा ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे' के देशद्रोही नारे लगाए जा रहे थे, तब भी राहुल गाँधी जाकर टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ खड़े हो गए थे
*********
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने धारा 370 और 35A को एक ही झटके में ख़त्म कर पाकिस्तान के सारे नापाक इरादों पर पानी फेरने का काम किया है और आतंकियों को करारा संदेश दिया है कि सरहद के उसी पार रहो, इधर आये तो खैर नहीं है
*********
धारा 370 और 35A को हटाने की हिम्मत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के अलावे किसी और में नहीं थी। आज पूरा देश प्रधानमंत्री जी के इस निर्णय पर चट्टान की तरह उनके साथ खड़ा है। आज जम्मू-कश्मीर के विकास के सभी रास्ते खुल गए हैं
*********
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी जब पाक प्रेरित आतंकियों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक करते हैं, तब राहुल गाँधी इसके सबूत मांगने लगते हैं, उन्होंने देश के वीर जवानों के पराक्रम पर विश्वास नहीं होता
*********
जैसे ही राहुल गाँधी स्ट्राइक के सबूत मांगते हैं, पाकिस्तान भी यही राग अलापने लगता है। लेकिन सच्चाई की ताकत देखिये कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान आज स्वयं कबूल कर रहे हैं कि सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक दोनों हुए थे
*********
मैं ये जानना चाहता हूँ कि जब भी देश की सुरक्षा का सवाल आता है तो राहुल गाँधी अलग राह क्यों पकड़ लेते हैं? देश हित के मामलों में भी क्या राजनीतिक पार्टियां दलगत राजनीति से ऊपर उठ कर स्टैंड नहीं ले सकती?
*********
हम सालों विपक्ष में रहे। बांग्लादेश युद्ध के समय की बात हो, 1965 के युद्ध की बात हो या 1994 में कांग्रेस सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर पर लाये गए प्रस्ताव की बात, जब-जब देश को जरूरत हुई, हम सरकार के साथ कदम से कदम मिलाते हुए खड़े हुए। हम देश की सुरक्षा के लिए जीते हैं, राजनीति के लिए नहीं
*********
कांग्रेस पार्टी ने हमेशा ही वोट बैंक की राजनीति और अपने सत्ता सुख को देश से ऊपर रखा है। महाराष्ट्र की जनता इस बार के चुनाव में तय कर दे कि धारा 370 और 35A को हटाना सही है या गलत?
*********
कांग्रेस-एनसीपी की सरकार के समय अजित पवार राज्य के सिंचाई मंत्री थे तो प्रदेश में सिंचाई के लिए 74,000 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई थी लेकिन एक बूँद पानी भी खेत तक नहीं पहुँच पाई। देवेन्द्र फड़णवीस सरकार में जलयुक्त शिवार योजना के तहत केवल 8000 करोड़ रुपये से प्रदेश के लगभग 22,000 गाँवों के खेतों में पानी की पहुँच सुनिश्चित की गई
*********
देवेन्द्र फड़णवीस सरकार ने सबसे बड़ा काम महाराष्ट्र में स्थिर सरकार देने का किया है। 1972 में श्री वसंतराव नाइक जी के बाद श्री देवेन्द्र फड़णवीस जी महाराष्ट्र के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने अपना पांच वर्ष का कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा किया है। स्थिरता से ही विकास आता है। भाजपा और शिव सेना ने एकजुट होकर महाराष्ट्र के कल्याण के लिए काम किया है
*********
जब केंद्र और महाराष्ट्र, दोनों जगह कांग्रेस-एनसीपी की सरकार थी तो 13वें वित्त आयोग में महाराष्ट्र को केवल 1,15,000 करोड़ रुपये दिए गए जबकि मोदी सरकार ने 14वें वित्त आयोग में लगभग ढाई गुने से भी अधिक 2,86,354 करोड़ रुपये की राशि दी
*********
कांग्रेस के जमाने में केंद्र से 100 पैसे भेजे जाते थे तो 85 पैसे जनता तक पहुँचते ही नहीं थे क्योंकि वे भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाते थे जबकि मोदी सरकार में आज जब 100 पैसे भेजे जाते हैं तो देवन्द्र फड़णवीस जी जनता की सहभागिता से 125 पैसे राज्य के विकास के लिए खर्च करते हैं
*********
भारतीय जनता पार्टी के यशस्वी राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने आज शोलापुर, महाराष्ट्र में महाजनादेश यात्रा के दूसरे चरण के समापन अवसर पर मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फड़णवीस के साथ एक भव्य रोड शो किया और इसके उपरांत आयोजित विशाल जन-सभा को संबोधित किया। इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फड़णवीस, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं महाराष्ट्र के चुनाव प्रभारी श्री भूपेन्द्र यादव और पार्टी के सह-संगठन महामंत्री श्री वी सतीश जी सहित पार्टी कई वरिष्ठ पदाधिकारी, राज्य सरकार के मंत्री और राज्य सरकार के वरिष्ठ नेतागण उपस्थित थे। आज माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह की उपस्थिति में एनसीपी के राणा जगजीत सिंह पाटिल, कांग्रेस विधायक श्री जय कुमार गोरे और एनसीपी के पूर्व लोक सभा सांसद श्री धनंजय महादिक सहित विपक्षी पार्टियों के कई दिग्गज नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
ज्ञात हो कि राज्य की भाजपा सरकार के पांच वर्ष के कार्यकाल का लेखा-जोखा जनता को देने के लिए मुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फड़णवीस के नेतृत्व में महाजनादेश यात्रा की शुरुआत 1 अगस्त 2019 को हुई थी। दो चरणों में यात्रा ने लगभग 4,384 किमी की यात्रा की और प्रदेश की 150 विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया। पहला चरण 1 अगस्त से 9 अगस्त तक अमरावती के मोझरी से नंदूरबार तक चला जिसमें विदर्भ और उत्तर महाराष्ट्र को कवर किया गया। दूसरा चरण 17 अगस्त से 31 अगस्त तक चला, जो औरंगाबाद से शुरू होकर नासिक तक चला। इस दौरान मराठवाड़ा, पश्चिम महाराष्ट्र, कोंकण और उत्तर महाराष्ट्र कवर किया गया। भारत माता की जय के उद्घोष के साथ अपने उद्बोधन की शुरुआत करते हुए श्री शाह ने महाराष्ट्र के वीर सपूतों को नमन किया और कहा कि देश की एकता और अखंडता के लिए हम अपने प्राणों की आहुति देने से भी नहीं हिचकेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फड़णवीस जी का कार्यकाल स्वर्णाक्षरों में अंकित किया जाएगा।
कांग्रेस और एनसीपी पर करारा प्रहार करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि 15 सालों तक कांग्रेस-एनसीपी सरकार ने महाराष्ट्र में और 10 वर्षों की यूपीए सरकार के दौरान केंद्र में भ्रष्टाचार के कलंक की ऐसी गाथा लिखी कि महाराष्ट्र विकास के मामले में पिछड़ता ही चला गया लेकिन केवल पांच वर्ष में ही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में श्री देंवेंद्र फड़णवीस ने महाराष्ट्र के गौरव को पुनः प्रतिष्ठित कर राज्य को विकास के पथ पर अग्रसर किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी, दोनों ही पार्टियां लोकतंत्र में नहीं, परिवारवाद में यकीन रखती है। उन्हें अपने-अपने परिवारों और सगे-संबंधियों की चिंता है, महाराष्ट्र की जनता की नहीं। यही कारण है कि आज सभी पार्टियों के लोग, समाज के हर तबके के लोग भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़ना चाहते हैं। कांग्रेस-एनसीपी राज के घोटालों पर हमलावर होते हुए उन्होंने कहा कि जब महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी की सरकार थी और शरद पवार जी के भतीजे अजित पवार राज्य के सिंचाई मंत्री थे तो प्रदेश में सिंचाई के लिए 74,000 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई थी लेकिन एक बूँद पानी भी खेत तक नहीं पहुँच पाई। वहीं देवेन्द्र फड़णवीस सरकार में जलयुक्त शिवार योजना के लिए केवल 8000 करोड़ रुपये से प्रदेश के लगभग 22,000 गाँवों के खेतों में पानी की पहुँच सुनिश्चित की गई।
श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी ने भ्रष्टाचार के अलावे कभी कुछ भी नहीं किया। केंद्र में यूपीए के दौरान एनसीपी कांग्रेस की लगातार साझेदार रही और 10 वर्षों के उनके कार्यकाल में लगभग 12 लाख करोड़ रुपये के घपले-घोटाले हुए जबकि मोदी सरकार के पांच वर्षों के शासनकाल में हमारे विरोधी भी हमपर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा सके। उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना के तहत महाराष्ट्र में एक करोड़ लोगों को स्वरोजगार के लिए लगभग 52,000 करोड़ रुपये के ऋण उपलब्ध कराये गए, जन-धन योजना के तहत राज्य में लगभग ढाई करोड़ खाते खोले गए, सौभाग्य योजना के तहत राज्य के 15,17,000 घरों का विद्युतीकरण किया गया, उजाला योजना के तहत लगभग दो करोड़ एलईडी बल्ब वितरित किये गए, लगभग 40 लाख गरीब महिलाओं को गैस कनेक्शन उपलब्ध कराया गया, लगभग 3.25 लाख गरीबों को पक्के घर मिले, स्वच्छ भारत योजना के तहत राज्य में लगभग 63 लाख शौचालयों का निर्माण किया गया, भारत नेट परियोजना से राज्य की 15,000 ग्राम पंचायतें जुड़ी और प्रदेश के लगभग दो करोड़ 38 लाख लोगों को आयुष्मान कार्ड मिला। इसके अतिरिक्त वीर शिवाजी के भव्य स्मारक के प्रोजेक्ट की शुरुआत भी भारतीय जनता पार्टी सरकार ने ही की। साथ ही, बाबा साहब भीम राव अंबेडकर जी की याद में इंदु मिल को भव्य अंतर्राष्ट्रीय स्मारक के रूप में तब्दील करने की योजना भी हम ही लेकर आये।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि देवेन्द्र फड़णवीस सरकार ने सबसे बड़ा काम महाराष्ट्र में स्थिर सरकार देने का किया है। उन्होंने कहा कि 1972 में श्री वसंतराव नाइक जी के बाद श्री देवेन्द्र फड़णवीस जी महाराष्ट्र के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने अपना पांच वर्ष का कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा किया है। उन्होंने कहा कि स्थिरता से ही विकास आता है। श्री देवेन्द्र फड़णवीस के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी और शिव सेना ने एकजुट होकर महाराष्ट्र के कल्याण के लिए काम किया है।
श्री शाह ने शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा कि शरद पवार जी कहते हैं कि भाजपा ने महाजनादेश यात्रा क्यों निकाली? मैं उनको कहना चाहता हूँ कि शरद पवार जी, हम भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हैं, अपने कार्यकाल के पल-पल और पाई-पाई का हिसाब जनता को देने की हमारी कार्यसंस्कृति रही है। उन्होंने कांग्रेस-एनसीपी सरकार की याद दिलाते हुए कहा कि जब केंद्र और महाराष्ट्र, दोनों जगह कांग्रेस-एनसीपी की सरकार थी तो 13वें वित्त आयोग में महाराष्ट्र को केवल 1,15,000 करोड़ रुपये दिए गए जबकि मोदी सरकार ने 14वें वित्त आयोग में लगभग ढाई गुने से भी अधिक 2,86,354 करोड़ रुपये की राशि दी। कांग्रेस के जमाने में केंद्र से 100 पैसे भेजे जाते थे तो 85 पैसे जनता तक पहुँचते ही नहीं थे क्योंकि वे भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाते थे जबकि मोदी सरकार में आज जब 100 पैसे भेजे जाते हैं तो देवन्द्र फड़णवीस जी जनता की सहभागिता से 125 पैसे राज्य के विकास के लिए खर्च करते हैं। यह है कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के सरकार की कार्यसंस्कृति में अंतर!
धारा 370 पर बोलते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि 70 सालों से हर देशभक्त भारतीय के दिल में धारा 370 और 35A कांटे की तरह चुभ रहा था। सरदार पटेल ने 600 से ज्यादा रियासतों का भारतीय गणराज्य में विलय करवाया लेकिन किसी भी प्रदेश में कोई समस्या नहीं हुई। जम्मू-कश्मीर की जिम्मेदारी उन्हें नहीं दी गई थी, इसलिए आज भी जम्मू-कश्मीर समस्याओं से दो-चार है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश की संसद ने 05 अगस्त 2019 को धारा 370 और 35A को समाप्त कर दिया और हमारा मुकुटमणि जम्मू-कश्मीर हमेशा के लिए भारतवर्ष का अभिन्न अंग बन गया। आज जम्मू-कश्मीर के विकास के सभी रास्ते खुल गए हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने धारा 370 और 35A को एक ही झटके में ख़त्म कर पाकिस्तान के सारे नापाक इरादों पर पानी फेरने का काम किया है और आतंकियों को करारा संदेश दिया है कि सरहद के उसी पार रहो, इधर आये तो खैर नहीं है। उन्होंने कहा कि धारा 370 और 35A को हटाने की हिम्मत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के अलावे किसी और में नहीं थी। आज पूरा देश प्रधानमंत्री जी के इस निर्णय पर चट्टान की तरह उनके साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि देश की जनता तो धारा 370 और 35A के हटने के साथ है लेकिन शरद पवार और राहुल गाँधी छाती पीट रहे हैं। शरद पवार और राहुल गाँधी, दोनों महाराष्ट्र चुनाव से पहले प्रदेश की जनता के सामने स्पष्ट करें कि वे धारा 370 और 35A के हटने के समर्थन में हैं या नहीं? महाराष्ट्र की जनता इसका स्पष्टीकरण चाहती है। क्या कांग्रेस और एनसीपी चाहती है कि भारत में पाकिस्तानी आतंकियों का तांडव जारी रहे? राहुल गाँधी बयान देते हैं कि धारा 370 को हटा कर भारतीय जनता पार्टी सरकार ने अच्छा नहीं किया। मैं आज पूरे देश को बताना चाहता हूँ कि 05 अगस्त 2019 से आज तक जम्मू-कश्मीर में एक भी गोली नहीं चली है और सेना की गोली से एक भी आम नागरिक की मृत्यु नहीं हुई है लेकिन राहुल गाँधी बेबुनियाद बयान देते हैं कि जम्मू-कश्मीर में हिंसा हो रही है। राहुल गाँधी के इस दुर्भाग्यपूर्ण बयान का उपयोग पाकिस्तान की संसद भारत के खिलाफ करती है, इस बयान का उपयोग पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के खिलाफ पिटीशन में करता है। क्या कारण है कि राहुल गाँधी जो बयान देते हैं, पाकिस्तान भी वही बोलता है। मैं जानना चाहता हूँ कि राहुल गाँधी के ऐसे बयानों का मकसद क्या है?
श्री शाह ने कहा कि ये केवल धारा 370 और 35A के हटने का सवाल नहीं है, जेएनयू में जब राष्ट्रद्रोही तत्वों द्वारा ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे' के देशद्रोही नारे लगाए जा रहे थे, तब भी राहुल गाँधी जाकर टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ खड़े हो गए थे। धारा 370 को हटाने के खिलाफ एनसीपी के नेताओं ने संसद में मतदान किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी जब पाक प्रेरित आतंकियों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक करते हैं, तब राहुल गाँधी इसके सबूत मांगने लगते हैं, उन्होंने देश के वीर जवानों के पराक्रम पर विश्वास नहीं होता। जैसे ही राहुल गाँधी स्ट्राइक के सबूत मांगते हैं, पाकिस्तान भी यही राग अलापने लगता है। लेकिन सच्चाई की ताकत देखिये कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान आज स्वयं कबूल कर रहे हैं कि सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक दोनों हुए थे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि मैं ये जानना चाहता हूँ कि जब भी देश की सुरक्षा का सवाल आता है तो राहुल गाँधी अलग राह क्यों पकड़ लेते हैं? देश हित के मामलों में भी क्या राजनीतिक पार्टियां दलगत राजनीति से ऊपर उठ कर स्टैंड नहीं ले सकती? हम सालों विपक्ष में रहे। बांग्लादेश युद्ध के समय हमने तन-मन से सरकार का साथ दिया। 1965 में पाकिस्तान युद्ध में भी हमने सरकार का साथ दिया था। 1994 में जब तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री नरसिम्हा राव साहब संसद में जम्मू-कश्मीर पर प्रस्ताव लेकर आये तो हमने तब भी उसका समर्थन किया था। श्रद्धेय नरसिम्हा राव जी ने हमारे नेता श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी से यूएन में जम्मू-कश्मीर पर भारत का पक्ष रखने के लिए भेजे जाने वाले प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व करने का आग्रह किया था, तब अटल जी ने कहा था कि हम देश की सुरक्षा के लिए जीते हैं और उन्हें विपक्ष में रहते हुए भी श्रद्धेय नरसिम्हा राव जी के आग्रह को स्वीकार किया था। जब-जब देश को जरूरत हुई, हम सरकार के साथ कदम से कदम मिलाते हुए खड़े हुए। मैं राहुल गाँधी को यही याद दिलाना चाहता हूँ। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा ही वोट बैंक की राजनीति और अपने सत्ता सुख को देश से ऊपर रखा है। महाराष्ट्र की जनता इस बार के चुनाव में तय कर दे कि धारा 370 और 35A को हटाना सही है या गलत? उन्होंने कहा कि यदि राहुल गाँधी धारा 370 पर ही चुनाव लड़ना चाहते हैं तो हमें कोई आपत्ति नहीं है क्योंकि देश की जनता चट्टान की तरह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और भारतीय जनता पार्टी के साथ खड़ी है।
श्री शाह ने कहा कि श्री देवेन्द्र फड़णवीस ने हर क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित कर महाराष्ट्र को विकास के पथ पर आगे किया है। हमें पूर्ण विश्वास है कि महाराष्ट्र की जनता पिछले बार से भी अधिक बहुमत के साथ श्री देवेन्द्र फड़णवीस के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी सरकार का गठन करेगी।