SALIENT POINTS OF SPEECH OF BJP NATIONAL PRESIDNET SH AMIT SHAH ADDRESSING PUBLIC MEETINGS IN JAMMU-KASHMIR

Press, Share | Apr 03, 2019

03 April 2019

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा जम्मू-कश्मीर के सुंदरबनी और उधमपुर में आयोजित विशाल जन-सभाओं में दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु

कांग्रेस पार्टी अपने घोषणापत्र में प्रेस पर पाबंदिया लगाने का एक और एजेंडा लेकर आई है। इमरजेंसी के वक़्त अखबारों और दूरदर्शन पर ताले लगाने वाली कांग्रेस फिर से आपातकाल के हालत पैदा करना चाहती है लेकिन मैं मीडिया को विश्वास दिलाता हूँ कि भारतीय जनता पार्टी ऐसा कतई नहीं होने देगी
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भारतीय जनता पार्टी और मोदी सरकार प्रेस की स्वतंत्रता की पक्षधर है और इस विषय पर हमेशा प्रेस के साथ खड़ी है। मैं अभी भी राहुल गाँधी से अपील करूंगा कि वे इस पर आत्मचिंतन करें और प्रेस पर पाबंदियां लगाने के अपने एजेंडे को घोषणापत्र से हटायें
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कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणापत्र में आतंकियों और अलगाववादियों की भाषा का समर्थन करते हुए अफस्पा (AFSPA) को ख़त्म करने का वादा किया है लेकिन कांग्रेस यह भूल रही है कि जब तक भारतीय जनता पार्टी की नरेन्द्र मोदी सरकार है, AFSPA को कोई कमजोर नहीं कर सकता
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कांग्रेस पार्टी देशद्रोह के क़ानून को ख़त्म कर जेएनयू में ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे' का नारा लगाने वाले देशद्रोहियों को अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर बचाना चाहती है। राहुल गाँधी कान खोल कर सुन लें, जो भी भारत माता के टुकड़े होने के नारे लगाएगा, उसकी जगह जेल की काल कोठरी में होगी
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कांग्रेस पार्टी के साथी उमर अब्दुल्ला की मांग है कि कश्मीर में अलग से प्रधानमंत्री पद होना चाहिए। उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और राहुल गाँधी कान खोल कर सुन लें - देश में जब तक भारतीय जनता पार्टी है, कश्मीर में अलग से प्रधानमंत्री देखने का उनका सपना कभी पूरा नहीं होने वाला है
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कांग्रेस की सहयोगी पार्टी एनसी के एक और प्रत्याशी खुलेआम ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाते हैं लेकिन राहुल गाँधी चुप बैठे रहते हैं। राहुल गाँधी, यदि आपका इस बयान से कोई लेना-देना नहीं है तो आपका नेशनल कांफ्रेंस के साथ मिल कर चुनाव क्यों लड़ रहे हो? शर्म आनी चाहिए कांग्रेस पार्टी को
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केंद्र में पुनः मोदी सरकार बनने पर एक-एक घुसपैठिए को चिह्नित कर उसे देश से बाहर निकला जाएगा। घुसपैठिए हमारे देश को दीमक की तरह खा रहे हैं, वे जम्मू की जनसांख्यिकी को बदलना चाहते हैं लेकिन जबतक केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार रहेगी तब तक ऐसा होने नहीं दिया जाएगा
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एयर स्ट्राइक के बाद पूरे देश में उत्साह का माहौल था लेकिन दो जगहों पर मातम भी मनाया जा रहा था - एक तो पाकिस्तान में और दूसरा कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी के दफ्तरों में। मुझे समझ ही नहीं आता कि आखिर इन लोगों को एयरस्ट्राइक से क्या परेशानी है?
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राहुल गाँधी के गुरु सैम पित्रोदा कहते हैं कि आतंकवादियों से बात क्यों नहीं करते, पाकिस्तान से बात क्यों नहीं करते? कुछ लोगों के कारण पाकिस्तान को कठघरे में क्यों खड़ा कर रहे हो?
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अरे पित्रोदा जी, हमने पाकिस्तान की जनता पर बम नहीं गिराए, हिन्दुस्तान की जनता के खून के प्यासे आतंकवादियों पर बम गिराए हैं। पित्रोदा जी, आतंकियों से साथ याराना कांग्रेस, पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस की पॉलिसी हो सकती है, भारतीय जनता पार्टी की नहीं
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जिस जम्मू-कश्मीर को भारतवर्ष का अभिन्न अंग बनाए रखने के लिए महान मनीषी डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया और पंडित प्रेमनाथ डोगरा जी ने पूरी जिंदगी लड़ाई लड़ी, हम उसे अक्षुण्ण रखने के लिए अपने प्राणों की आहुति देने से भी नहीं हिचकेंगे
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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार और समग्र राष्ट्र की जनता चट्टान की तरह जम्मू-कश्मीर की जनता के साथ खड़ी है। देश का विकास, गरीबों की भलाई और जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा भारतीय जनता पार्टी की सर्वोच्च प्राथमिकता है
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आजादी के 70 सालों तक नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस पार्टी ने जम्मू और लद्दाख क्षेत्र के साथ लगातार सौतेला व्यवहार किया और इस क्षेत्र का कभी विकास नहीं होने दिया
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13वें वित्त आयोग में कांग्रेस पार्टी की यूपीए सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विकास के लिए महज 98 हजार करोड़ रुपये की राशि दी जबकि 14वें वित्त आयोग में मोदी सरकार ने 2,74,114 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की। इसमें से 1.74 लाख करोड़ रुपये जम्मू और लद्दाख क्षेत्र के विकास के लिए दिए गए
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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने आज जम्मू-कश्मीर के सुंदरबनी और उधमपुर में आयोजित विशाल जन-सभा को संबोधित किया और कहा कि जहां हुए बलिदान मुखर्जी, वह कश्मीर हमारा है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को भारतीय जनता पार्टी के रहते कोई हिंदुस्तान से अलग नहीं कर सकता। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता इसके लिए अपनी जान की बाजी लगा देंगे।

श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार और समग्र राष्ट्र की जनता चट्टान की तरह जम्मू-कश्मीर की जनता के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि देश का विकास, गरीबों की भलाई और जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा भारतीय जनता पार्टी की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जिस जम्मू-कश्मीर को भारतवर्ष का अभिन्न अंग बनाए रखने के लिए राष्ट्र की अखंडता को समर्पित जुझारू व्यक्तित्व डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया और पंडित प्रेमनाथ डोगरा जी ने पूरी जिंदगी लड़ाई लड़ी, हम उसे अक्षुण्ण रखने के लिए अपने प्राणों की आहुति देने से भी नहीं हिचकेंगे। उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मैं उस भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष हूँ जिसके अध्यक्ष डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी और पंडित प्रेमनाथ डोगरा जी रहे।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि इस बार का लोक सभा चुनाव देश की एकता, अखंडता और आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई को समर्थन देने का चुनाव है, जम्मू-कश्मीर के विकास के सुनहरे भविष्य का चुनाव है। उन्होंने कहा कि आजादी के 70 सालों तक नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस पार्टी ने जम्मू और लद्दाख क्षेत्र के साथ लगातार सौतेला व्यवहार किया और इस क्षेत्र का कभी विकास नहीं होने दिया। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जब केंद्र में नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी समर्थित कांग्रेस पार्टी की यूपीए सरकार थी, तक 13वें वित्त आयोग में जम्मू-कश्मीर को विकास के लिए महज 98 हजार करोड़ रुपये की राशि दी गई जबकि 14वें वित्त आयोग में मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर के लिए 2,74,114 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की। इसमें से भी लगभग 1.74 लाख करोड़ रुपये जम्मू और लद्दाख क्षेत्र के विकास के लिए दिए गए। उन्होंने जम्मू और लद्दाख क्षेत्र को शिक्षा के केंद्र के रूप में डेवलप किये जाने के लिए मोदी सरकार द्वारा उठाये गए क़दमों की चर्चा करते हुए कहा कि 70 साल तक एनसी-पीडीपी-कांग्रेस ने जम्मू और लद्दाख क्षेत्र के साथ सौतेला व्यवहार किया लेकिन इस इलाके का विकास नहीं किया। यह भारतीय जनता पार्टी है जिसने इस क्षेत्र के विकास पर पहली बार ध्यान केन्द्रित किया। इसी का परिणाम है कि जम्मू शैक्षिक केंद्र के रूप में विकसित बन पाया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पहाड़ी लोगों के लिए 3% आरक्षण का वादा पूरा कर दिखाया। विस्थापितों के लिए 2000 करोड़ रुपये की राशि ग्रांट की गई। इतना ही नहीं, 1965 और 1971 की लड़ाई में विस्थापित हुए भाई-बहनों के लिए अलग से लगभग 10 हजार करोड़ रुपये राशि दी गई। इसके अतिरिक्त सीमा पर रहने वाले नागरिकों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए लगभग 17 हजार से अधिक बनकर बनाने का कार्य किया गया है। देविका नदी के लिए 200 करोड़ रुपये का ग्रांट दिया गया और विकास में पिछड़े हुए कई जिले का पुनरुद्धार करने की योजनाओं को शुरू किया गया।

जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद पर चर्चा करते हुए श्री शाह ने कहा कि इस बार के लोक सभा चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा देश की सुरक्षा है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर की समस्या को पंडित नेहरू की देन बताते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी की गलत नीतियों के कारण देश के विभाजन के समय से ही जम्मू-कश्मीर के लोग प्रताड़ना झेल रहे हैं। 90 के दशक से लगातार प्रदेश के लोग आतंकवाद का बहादुरी से सामना कर रहे हैं। आजादी से लेकर आज तक के दौरान केंद्र में ज्यादातर समय कांग्रेस की ही सरकारें रही लेकिन कांग्रेस की सरकारों के दौरान आतंकवादियों में कोई खौफ नहीं था। आये दिन आतंकवादी हमले होते रहते थे और कांग्रेस सरकार एक स्टेटमेंट देकर चुप बैठ जाया करती थी। उन्होंने कहा कि इस स्थिति को बदलने का काम मोदी सरकार ने किया है। आज आतंकवादियों को उसी की भाषा में उसके घर में घुस कर जवाब दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले आतंकवादियों पर सर्जिकल स्ट्राइक और अब एयर स्ट्राइक से हिंदुस्तान ने पूरी दुनिया को संदेश दिया है कि भारत अपनी सुरक्षा के लिए आत्मरक्षा में कोई भी कदम उठा सकता है। उन्होंने कहा कि एयर स्ट्राइक के बाद पूरे देश में उत्साह का माहौल था लेकिन दो जगहों पर मातम भी मनाया जा रहा था - एक तो पाकिस्तान में और दूसरा कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी के दफ्तरों में। मुझे समझ ही नहीं आता कि आखिर इन लोगों को एयरस्ट्राइक से क्या परेशानी है? उन्होंने राज्य की जनता से सवाल करते हुए कहा कि क्या हमारे जवानों पर हमला करने वाले आतंकियों पर बम गिरा कर ख़त्म नहीं करना चाहिए? सभा में उपस्थित जनसैलाब ने एकमत से एयरस्ट्राइक का समर्थन किया।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि राहुल गाँधी के गुरु सैम पित्रोदा कहते हैं कि आतंकवादियों से बात क्यों नहीं करते, पाकिस्तान से बात क्यों नहीं करते? कुछ लोगों के कारण पाकिस्तान को कठघरे में क्यों खड़ा कर रहे हो? अरे पित्रोदा जी, हमने पाकिस्तान की जनता पर बम नहीं गिराए, हिन्दुस्तान की जनता के खून के प्यासे आतंकवादियों पर बम गिराए हैं। पित्रोदा जी, आतंकियों से साथ याराना कांग्रेस, पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस की पॉलिसी हो सकती है, भारतीय जनता पार्टी की नहीं। राहुल गाँधी जितना भी जोर लगाना चाहते हैं लगा लें, लेकिन यह न्यू इंडिया है, आतंकियों को उसी की भाषा में जवाब मिलेगा और करारा जवाब मिलेगा। उन्होंने कहा कि एयरस्ट्राइक पर पाकिस्तान ने रोना-धोना शुरू कर दिया लेकिन पूरी दुनिया भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हो खड़ी रही, यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सफल कूटनीति की जीत है।

श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के साथी उमर अब्दुल्ला की मांग है कि कश्मीर में अलग से प्रधानमंत्री पद होना चाहिए। अरे अब्दुल्ला जी, आप कश्मीर में प्रधानमंत्री बनाओगे और हम बैठे रहेंगे। अभी तो सरकार में हैं, यदि विपक्ष में भी हम रहेंगे तो भी हम जम्मू-कश्मीर में ऐसा नहीं होने देंगे। उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और राहुल गाँधी कान खोल कर सुन लें - देश में जब तक भारतीय जनता पार्टी है, कश्मीर में अलग से प्रधानमंत्री देखने का उनका सपना कभी पूरा नहीं होने वाला है। श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस की सहयोगी पार्टी एनसी के एक और प्रत्याशी खुलेआम ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाते हैं लेकिन राहुल गाँधी चुप बैठे रहते हैं। राहुल गाँधी, यदि आपका इस बयान से कोई लेना-देना नहीं है तो आपका नेशनल कांफ्रेंस के साथ मिल कर चुनाव क्यों लड़ रहे हो? हमारे सामने तो जैसे ही देश की सुरक्षा का सवाल आया, हमने जम्मू-कश्मीर में सत्ता का साथ छोड़ दिया। कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए।

कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणापत्र में आतंकियों और अलगाववादियों की भाषा का समर्थन करते हुए अफस्पा (AFSPA) को ख़त्म करने का वादा किया है लेकिन कांग्रेस यह भूल रही है कि जब तक भारतीय जनता पार्टी की नरेन्द्र मोदी सरकार है, AFSPA को कोई कमजोर नहीं कर सकता। यह देश की जनता को तय करना है कि AFSPA को ख़त्म करने का सपना देखने वाली कांग्रेस पार्टी एंड कंपनी की सरकार चाहिए या फिर AFSPA के समर्थन में सत्ता का त्याग करने वाली भारतीय जनता पार्टी।

श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणापत्र में देशद्रोह के क़ानून को भी ख़त्म करने की बात कही है। दरअसल कांग्रेस पार्टी देशद्रोह के क़ानून को ख़त्म कर जेएनयू में ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे' का नारा लगाने वाले देशद्रोहियों को अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर बचाना चाहती है। राहुल गाँधी कान खोल कर सुन लें कि जो भी भारत माता के टुकड़े होने के नारे लगाएगा, उसे छोड़ा नहीं जाएगा, उसकी जगह जेल की काल कोठरी में होगी।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने घोषणापत्र में प्रेस पर पाबंदिया लगाने का एक और एजेंडा लेकर आई है। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी के वक़्त अखबारों और दूरदर्शन पर ताले लगाने वाली कांग्रेस फिर से आपातकाल के हालत पैदा करना चाहती है लेकिन मैं देश की जनता एवं मीडिया बंधुओं को यह विश्वास दिलाता हूँ कि भारतीय जनता पार्टी ऐसा कतई नहीं होने देगी। भारतीय जनता पार्टी और मोदी सरकार प्रेस की स्वतंत्रता की पक्षधर है इस विषय पर हमेशा प्रेस के साथ खड़ी है। मैं तो अभी भी राहुल गाँधी से अपील करूंगा कि वे इस पर आत्मचिंतन करें और प्रेस पर पाबंदियां लगाने के अपने एजेंडे को घोषणापत्र से हटायें।

श्री शाह ने रोहिंग्या शरणार्थियों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि केंद्र में पुनः मोदी सरकार बनने पर अगले 5 सालों में एक-एक घुसपैठिए को चिह्नित कर उसे देश से बाहर निकला जाएगा। उन्होंने कहा कि घुसपैठिए हमारे देश को दीमक की तरह खा रहे हैं, वे जम्मू की जनसांख्यिकी को बदलना चाहते हैं, लेकिन जबतक केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार रहेगी तब तक ऐसा होने नहीं दिया जाएगा।

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