SALIENT POINTS OF SPEECH OF UNION HOME MINISTER SHRI AMIT SHAH ADDRESSING 7TH CONVOCATION OF DDU PETROLEUM UNIVERSITY

Press, Share | Aug 29, 2019

29 Aug 2019

केंद्रीय गृह मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा पंडित दीनदयाल उपाध्याय पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी के सातवें दीक्षांत समारोह में दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु

पंडित दीनदयाल उपाध्याय पेट्रोलियम विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का ड्रीम प्रोजेक्ट था जिसकी शुरुआत उन्होंने 2007 में की थी. केवल 12 साल की अल्पावधि में ही आज यह यूनिवर्सिटी विश्व में अपना एक अलग मुकाम हासिल करने में सफल हुई है
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2014 से पहले तक सरकारें चलाने का काम तो हुआ लेकिन देश को सुधारने की पहल किसी ने नहीं की थी. ये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी हैं जिन्होंने 2014 से देश के हर क्षेत्र में व्यापक बदलाव की नींव रखी है और इसके परिणाम भी मिलने लगे हैं
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दीनदयाल पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी को सिंगल यूज़ प्लास्टिक की रीसाइक्लिंग और इको फ्रेंडली प्लास्टिक की दिशा में शोध और अनुसंधान का कार्य शुरू करना चाहिए. हम आगामी 02 अक्टूबर 2019 से सिंगल यूज़ प्लास्टिक के खिलाफ आंदोलन छेड़ने वाले हैं, इसमें आपका योगदान चाहिए
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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी लोगों को अच्छे लगने वाले फैसले की जगह लोगों के अच्छे के लिए फैसले लेते हैं. देश की 130 करोड़ जनता का पूर्ण विश्वास मोदी सरकार पर है और हम उनके विश्वास पर खड़ा उतरने के लिए अहर्निश परिश्रम कर रहे हैं
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मोदी सरकार ने स्टार्टअप के लिए बेहतर इकोसिस्टम खड़ा किया है. आजादी से 2014 तक देश में जहां 3000 से भी कम स्टार्टअप थे, वहीं आज 20,000 से अधिक स्टार्टअप युवाओं को विश्व के साथ स्पर्धा के लिए प्लेटफार्म उपलब्ध करा रहे हैं
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आने वाला वर्ष गांधीजी की 150वीं जयंती का वर्ष है. महात्मा गांधी एक ऐसे महामानव थे जो सबसे ज्यादा लोकप्रिय और प्रासंगिक व्यक्ति थे, जिनका दर्शन और विचार शाश्वत और अटल है. इस अवसर पर देश भर के लिए नई उर्जा और नई प्रेरणा करने वाले कार्यक्रम लांच किये जायेंगे और इसमें आपका भी योगदान आवश्यक है
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आज आप सब एक न एक संकल्प जरूर लें जैसे कि मैं हर रोज अपने माता-पिता की तस्वीर को प्रणाम करके काम की शुरुआत करूंगा, मैं कभी ट्रैफिक के नियमों का उल्लंघन नहीं करूंगा या मेरी थाली में कभी कोई झूठा अन्न नहीं छोडूंगा
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130 करोड़ आबादी वाला देश यदि अपने आप को छोड़कर कोई संकल्प लेता है तो 130 करोड़ संकल्प होते हैं और इन संकल्पों की शक्ति देश को 130 करोड़ कदम आगे ले जायेगी
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सालों से एक कसक हर हिंदुस्तानी के मन में थी कि जम्मू-कश्मीर हिंदुस्तानी का अभिन्न अंग कब बनेगा. भारी जनादेश के बाद श्री नरेन्द्र मोदी जब दोबारा देश के प्रधानमंत्री बने तो एक ही झटके में धारा 370 और 35A को समाप्त कर दिया गया और आज जम्मू-कश्मीर सच्चे अर्थों में भारत का अभिन्न अंग बना है
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मुझे विश्वास है कि हमारे प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर में विकास की बयार बहेगी. वहां उद्योग भी आयेगा, पर्यटन भी आएगा और शिक्षा एवं स्वास्थ्य की सेवाओं के बेहतर होने के साथ-साथ रोजगार का भी सृजन होगा
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अब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के सामने बड़ा लक्ष्य निर्धारित करते हुए भारत को भारत को दुनिया की टॉप थ्री सबसे प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. 2022 में जब देश आजादी का 75वां सालगिरह मना रहा होगा, उस वक्त भारत दुनिया की टॉप अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा
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आने वाले समय में यदि मानव ग्लोबल वार्मिंग और क्लाइमेट चेंज की चिंता नहीं करेंगे तो हम दुनिया को लंबे समय तक स्वस्थ और सुंदर नहीं देख पाएंगे
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आतंकवाद पर आज से पहले कभी भी दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ फैसले नहीं लिए गए लेकिन मोदी सरकार में जब उरी और पुलवामा में हमले हुए, हमने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक कर दुनिया को बताया कि हम शांति के पक्षधर हैं लेकिन हमारी सुरक्षा के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता
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जीवन हमेशा अपार संभावनाओं से भरा होता है और संभावनाओं का दोहन करने में वही सफल होते हैं जिनमें हौसला होता है, जिसमें लक्ष्य के प्रति समर्पित होकर काम करने का जज्बा होता है
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पंडित दीनदयाल जी ऐसे महान युगद्रष्टा थे जिन्होंने दुनिया की समस्याओं को 60 साल पहले ही देख लिया था और इसके समाधान का रास्ता भी बताया था. उन्होंने एकात्म मानववाद और अंत्योदय के सिद्धांत को प्रतिपादित किया था कि जब तक देश में एक भी गरीब व्यक्ति है, हमें संतोष लेने का अधिकार नहीं है
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केन्द्रीय गृह मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने आज गांधीनगर, गुजरात में पंडित दीनदयाल उपाध्याय पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी के सातवें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया और छात्रों से महात्मा गाँधी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के जीवन से प्रेरणा लेते हुए अपने गाँव, समाज और देश के लिए एक नए संकल्प लेने का आह्वान किया. इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री श्री विजय रुपाणी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी के चेयरमेन श्री मुकेश अंबानी, गुजरात भाजपा के अध्यक्ष श्री जीतूभाई वाघाणी सहित कई गणमान्य हस्तियां उपस्थित थी.

अपनी पढ़ाई पूरी कर नए कैरियर की शुरुआत करने वाले छात्रों को संबोधित करते हुए श्री शाह ने कहा कि जीवन हमेशा अपार संभावनाओं से भरा होता है और संभावनाओं का दोहन करने में वही सफल होते हैं जिनमें हौसला होता है, जिसमें लक्ष्य के प्रति समर्पित होकर काम करने का जज्बा होता है. उन्होंने कहा कि जीवन में लक्ष्य कभी छोटा नहीं रखना चाहिए, यह बड़ा होना चाहिए. यदि आपका लक्ष्य बड़ा है तो निश्चित रूप से आप इसमें सफल होंगे, ईश्वर इसमें आपकी मदद करेगा. मैं अपनी ओर से, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की ओर से और भारत सरकार की ओर से सभी छात्रों को उनके उज्जवल भविष्य की अनंत शुभकामनाएं देता हूँ.

गृह मंत्री ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय पेट्रोलियम विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का ड्रीम प्रोजेक्ट था जिसकी शुरुआत उन्होंने 2007 में की थी. केवल 12 साल की अल्पावधि में ही आज यह यूनिवर्सिटी विश्व में अपना एक अलग मुकाम हासिल करने में सफल हुई है, मैं मुकेश अंबानी जी एवं उनकी पूरी मैनेजमेंट को इसके लिए बधाई देता हूं. प्रधानमंत्री जी ने इस ड्रीम प्रोजेक्ट के साथ ही गुजरात को भारत की पेट्रोलियम राजधानी बनाने का भी स्वप्न देखा है, जिसे यहाँ के छात्रों को पूरा करना है.

पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के व्यक्तित्व की चर्चा करते हुए श्री शाह ने कहा कि पंडित दीनदयाल जी ऐसे महान युगद्रष्टा थे जिन्होंने दुनिया की समस्याओं को 60 साल पहले ही देख लिया था और इन समस्याओं के समाधान का रास्ता भी बताया था. हमारे वेदों एवं उपनिषदों में कहा गया है कि प्रकृति का कभी शोषण नहीं करना चाहिए, उसका दोहन करना चाहिए और इसी सिद्धांत के आधार पर उन्होंने एकात्म मानववाद के सिद्धांत को प्रतिपादित किया था. व्यक्ति से लेकर समष्टि तक, सबके बीच के संबंध को उन्होंने आगे बढ़ाने का कार्य किया था. उन्होंने ही अंत्योदय का सिद्धांत दिया था कि जब तक देश में एक भी गरीब व्यक्ति है, हमें संतोष लेने का अधिकार नहीं है. हर व्यक्ति को विकास की स्पर्धा में सबसे पहले स्थान पर लाने का प्रयास किया जाना चाहिए.

गृह मंत्री ने कहा कि श्री मुकेश अंबानी ने इस यूनिवर्सिटी के लिए काफी कुछ किया है. वह अपने पिता की तरह एक सफल उद्योगपति तो हैं ही लेकिन इस यूनिवर्सिटी को आगे बढ़ाकर सिद्ध कर दिया कि शिक्षा के क्षेत्र में भी वे किसी भी शिक्षाविद से कम योगदान करने वाले व्यक्ति नहीं है. मैं मुकेश भाई और उनके प्रयासों की सराहना करता हूं. उन्होंने इस विश्वविद्यालय के लिए अब तक लगभग डेढ़ सौ करोड़ से ज्यादा रुपए इस विश्वविद्यालय को विश्व में प्रमुख स्थान पर पहुंचाने के लिए खर्च किया है. इसमें गुजरात सरकार और भारत सरकार ने भी योगदान दिया है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ एक्सीलेंस के लिए यूनिवर्सिटी को 100 करोड़ रुपये, राष्ट्रीय कोर रिपोजिटरी के लिए 75 करोड़ रुपये, स्टार्टअप केंद्र और नॉलेज सेंटर के लिए 50 करोड़ रुपये और एडवांस एनर्जी रिसर्च सेंटर के लिए 50 करोड़ रुपये अलग से देने वाली है.

श्री शाह ने कहा कि दीनदयाल पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी को सिंगल यूज़ प्लास्टिक की रीसाइक्लिंग और इको फ्रेंडली प्लास्टिक की दिशा में शोध और अनुसंधान का कार्य शुरू करना चाहिए. उन्होंने कहा कि आने वाला समय पर्यावरण का युग होगा. आने वाले समय में यदि मानव ग्लोबल वार्मिंग और क्लाइमेट चेंज की चिंता नहीं करेंगे तो हम दुनिया को लंबे समय तक स्वस्थ और सुंदर नहीं देख पाएंगे. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पर्यावरण के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व दिया है.

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि 2014 से पहले तक सरकारें चलाने का काम तो हुआ लेकिन देश को सुधारने की पहल किसी ने नहीं की थी. ये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी हैं जिन्होंने 2014 से देश के हर क्षेत्र में व्यापक बदलाव की नींव रखी है और इसके परिणाम भी मिलने लगे हैं. पिछले पांच वर्षों में हमारी अर्थव्यवस्था में काफी सुधार हुआ है. आज भी भारत दुनिया में सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है. हमारा विकास दर 7% से ऊपर है, महंगाई दर को 3% पर लाने में सफलता मिली है और फिस्कल डिफिसिट भी आज 3.3% पर है जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि है. आईएमएफ ने भी अगले 2 साल के लिए अनुमान व्यक्त किया है कि भारत सबसे ज्यादा तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनी रहेगी. अब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के सामने बड़ा लक्ष्य निर्धारित करते हुए भारत को भारत को दुनिया की टॉप थ्री सबसे प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में पहुंचाने का लक्ष्य रखा है.

श्री शाह ने कहा कि 2022 में जब देश आजादी का 75वां सालगिरह मना रहा होगा, उस वक्त भारत दुनिया की टॉप अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा. देश को 5 ट्रिलियन इकोनामी के रूप में विकसित करने के लिए भी हम आगे बढ़ रहे हैं. वर्ल्ड इन्वेस्टमेंट रिपोर्ट 2019 के अनुसार देश में ग्रीन फील्ड निवेश 2 गुना बढ़कर $56 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है. 18-19 में एफडीआई 64.5 बिलियन डॉलर हो गया है जो 2014 से पहले काफी कम थी. ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग में 2014 में हम 142वें स्थान पर थे, आज 2019 में हम 77वें स्थान पर हैं, यह बहुत बड़ी उपलब्धि है. रेटिंग एजेंसियों ने भी भारत की रेटिंग में काफी सुधार किया है 13 वर्षों बाद मूडीज ने भारत की रेटिंग को baa3 से बढ़ा कर baa2 कर दिया है. वर्ल्ड इकनोमिक फोरम के ग्लोबल कंपीटिटिव इंडेक्स में भी 13 अंकों का सुधार हुआ है. हम जीएसटी के रूप में सबसे बड़े बिक्री कर सुधार को सफलतापूर्वक लागू करने में कामयाब हुए हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी लोगों को अच्छे लगने वाले फैसले की जगह लोगों के अच्छे के लिए फैसले लेते हैं.

गृह मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने स्टार्टअप के लिए बेहतर इकोसिस्टम खड़ा किया है. नीति आयोग द्वारा पिछले पांच वर्षों में 20,000 से अधिक स्टार्टअप की मान्यता दी गई है. आजादी से 2014 तक देश में जहां 3000 से भी कम स्टार्टअप थे, आज 20,000 से अधिक स्टार्टअप युवाओं को विश्व के साथ स्पर्धा के लिए प्लेटफार्म उपलब्ध करा रहे हैं. देश की 130 करोड़ जनता का पूर्ण विश्वास मोदी सरकार पर है और हम उनके विश्वास पर खड़ा उतरने के लिए अहर्निश परिश्रम कर रहे हैं. जब पेरिस जलवायु सम्मेलन में प्रधानमंत्री जी को भाषण करते हुए देखते हैं, दुनिया के आर्थिक महाशक्तियों की सबसे बड़ी पंचायत पर देश की राष्ट्रभाषा हिंदी में देश की अर्थव्यवस्था की ताकत को श्री नरेन्द्र मोदी जी समझाते हैं तो देश के हर व्यक्ति को गर्व की अनुभूति होती है.

श्री शाह ने कहा कि आतंकवाद पर आज से पहले कभी भी दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ फैसले नहीं लिए गए लेकिन मोदी सरकार में जब उरी में हमला हुआ, हमने सर्जिकल स्ट्राइक कर दुनिया को बताया कि हम शांति के पक्षधर हैं लेकिन हमारी सुरक्षा के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता. जब पुलवामा में हमला हुआ, तब हमने एयर स्ट्राइक और दुनिया को बताया कि हमारी सीमाओं के साथ कोई छेड़खानी नहीं कर सकता. सालों से एक कसक हर हिंदुस्तानी के मन में थी कि जम्मू-कश्मीर हिंदुस्तानी का अभिन्न अंग कब बनेगा. धारा 370 और 35A की समाप्ति हर हिंदुस्तानी के लिए आनंद का विषय है. भारी जनादेश के बाद श्री नरेन्द्र मोदी जब दोबारा देश के प्रधानमंत्री बने तो एक ही झटके में धारा 370 और 35A को समाप्त कर दिया गया और आज जम्मू-कश्मीर सच्चे अर्थों में भारत का अभिन्न अंग बना है. मुझे विश्वास है कि हमारे प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर में विकास की बयार बहेगी. वहां उद्योग भी आयेगा, पर्यटन भी आएगा और शिक्षा एवं स्वास्थ्य की सेवाओं के बेहतर होने के साथ-साथ रोजगार का भी सृजन होगा.

गृह मंत्री ने कहा कि 5 ट्रिलियन इकॉनमी बनने के लिए हमें 8% विकास दर हासिल करना होगा जो ऊर्जा और पेट्रोलियम में आत्मनिर्भर हुए बिना नहीं हो सकता. ऊर्जा क्षेत्र में पिछले 5 सालों में कई सुधार हुए हैं. इसकी रीच, एफिशिएंसी, निरंतरता बनाए रखने और ऊर्जा को बचाने जैसे सभी क्षेत्रों में कई कार्य हुए हैं. तेल और गैस के क्षेत्र में भी हमने काफी ऊंचाई हासिल की है. विश्व की कुल आबादी का 18% भारत की आबादी है. सबसे अधिक ऊर्जा का उपभोग करने के मामले में हम अमेरिका और चीन के बाद दुनिया के तीसरे सबसे बड़े देश हैं. प्रति व्यक्ति ऊर्जा की खपत के मामले में काफी अपार संभावनाएं हैं. भारत कच्चे तेल का तीसरा सबसे बड़ा आयातक देश है. इसके साथ ही, भारत एलएनजी का आयात करने वाला चौथा सबसे बड़ा देश है. भारत 2020 तक ऊर्जा के लिए सबसे वृद्धि करने वाले बाजार के रूप में चीन से भी आगे निकल जाएगा. मजबूत आर्थिक विकास और बढ़ते शहरीकरण के साथ ऊर्जा के मामले में हमें और आगे निकलना है. उज्ज्वला योजना के तहत 16 करोड लोगों के घरों में गैस पहुंचाई गई. हाइड्रोकार्बन सेक्टर में भी कई सुधार हुए हैं. गैस मूल्य निर्धारण में सुधार किया गया है. हाइड्रोकार्बन की खोज के लिए लाइसेंस प्रदान करने की पॉलिसी भी सरकार लेकर आई है. राष्ट्रीय गैस ग्रिड की क्षमता को 5 साल में ढाई गुना बढ़ाया गया है. सिटी गैस डिसटीब्यूशन के तहत 406 जिले के अंदर लाइनें डालने का काम भारत सरकार ने हाथ में लिया है, इसलिए जो छात्र इस क्षेत्र में जा रहे हैं, उनके लिए अपार संभावनाएं हैं.

श्री शाह ने छात्रों से अपने गाँव, समाज और देश के लिए एक संकल्प लेने का आह्वान करते हुए कहा कि आपके जीवन का संकल्प अकेले आपके और आपके परिवार के लिए ना हो बल्कि इसके साथ गांव, देश और अपने शहर को जोड़ें. ईश्वर आपके संकल्प को, आप के निर्णय को पूरा करने के लिए अपार क्षमता आपके अंदर भर देगा. उन्होंने कहा कि आने वाला वर्ष गांधीजी की 150वीं जयंती का वर्ष है. महात्मा गांधी एक ऐसे महामानव थे जो सबसे ज्यादा लोकप्रिय और प्रासंगिक व्यक्ति थे, जिनका दर्शन और विचार शाश्वत और अटल है. इस अवसर पर देश भर के लिए नई उर्जा और नई प्रेरणा करने वाले कार्यक्रम लांच किये जायेंगे और इसमें आपका भी योगदान आवश्यक है. मैं चाहूंगा कि आज यहाँ से नए कैरियर की शुरुआत करने वाले हर विद्यार्थी महात्मा गांधी और पंडित दीनदयाल जी का अध्ययन करें और उनके जीवन से प्रेरणा लें. आज आप सब एक न एक संकल्प जरूर लें जैसे कि मैं हर रोज अपने माता-पिता की तस्वीर को प्रणाम करके काम की शुरुआत करूंगा, मैं कभी ट्रैफिक के नियमों का उल्लंघन नहीं करूंगा या मेरी थाली में कभी कोई झूठा अन्न नहीं छोडूंगा. 130 करोड़ आबादी वाला देश यदि अपने आप को छोड़कर कोई संकल्प लेता है तो 130 करोड़ संकल्प होते हैं और इन संकल्पों की शक्ति देश को 130 करोड़ कदम आगे ले जायेगी. हमने भी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश के हर एक नागरिकों को अपना घर और घर में बिजली, पानी, गैस और टॉयलेट देने का संकल्प लिया है. हमने महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में जल शक्ति मंत्रालय बनाया है जो नदियों को जोड़ने और जल संचय के लिए कार्य करेगी. हम आगामी 02 अक्टूबर 2019 से सिंगल यूज़ प्लास्टिक के खिलाफ आंदोलन छेड़ने वाले हैं, इसमें आपका योगदान चाहिए. स्वामी विवेकानंद जी की उक्ति को याद दिलाते हुए उन्होंने छात्रों से कहा - उठो, जागो और जब तक लक्ष्य प्राप्त ना हो, तब तक रुको मत. लक्ष्य की प्राप्ति ही जीवन का साध्य होता है, वह हमेशा हमें याद रखना चाहिए.

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