Press, Share | Aug 20, 2015
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह जी द्वारा पटना में जागरण फोरम के समापन सत्र पर दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु
बिहार में चुनाव का मुद्दा 'बिहार का विकास' और बिहार में एक 'लोक-कल्याणकारी राज्य' की स्थापना पर केंद्रित होना चाहिए: अमित शाह
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बिहार फिर से उसी जंगलराज की भयावह काली रातों की ओर जा रहा है: अमित शाह
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हमारी राजनीति और परम्परा ही विकास की रही है: अमित शाह
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श्री मोदी जी ने बिहार को 1.25 लाख करोड़ का पैकेज दिया जो पहले से चल रही योजनाओं के लिए दिए गए 40 हजार करोड़ रुपये के अतिरिक्त है, फिर भी आप विरोध की राजनीति करते हैं: अमित शाह
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यह गठबंधन केवल परिवारवाद को बढ़ावा देने और सत्ता की प्राप्ति के उद्देश्य से किया गया गठबंधन है: अमित शाह
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हम बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं: अमित शाह
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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह जी ने आज पटना में जागरण समूह द्वारा आयोजित 'जागरण फोरम' के समापन सत्र पर राज्य के बुद्धिजीवियों तथा पत्रकारों को सम्बोधित किया।
उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि बिहार विधानसभा के होने वाले चुनाव यह तय करेंगें कि बिहार आने वाले लम्बे समय किस प्रकार कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि अगर बिहार सही और सटीक फैसला ले लेता है तो मुझे विश्वास है कि केवल पांच वर्षों में ही बिहार अग्रिम राज्यों की प्रथम पंक्ति में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में कामयाब होगी।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव को मुद्दों के आधार पर ही लड़ा जाना चाहिए और बिहार में चुनाव का मुद्दा 'बिहार का विकास' और बिहार में एक 'लोक-कल्याणकारी राज्य' की स्थापना पर केंद्रित होना चाहिए और इस दिशा में जागरण फोरम का यह प्रयास सर्वथा उचित और सराहनीय है।
बिहार के गौरवशाली अतीत पर प्रकाश डालते हुए श्री शाह ने कहा कि लम्बे समय तक जिस बिहार ने विश्व के बड़े भू-भाग पर शासन किया था, जिस बिहार में सिकंदर ने भी अपने घुटने टेके थे, जो बिहार समृद्धि, विकास और सुशासन का पर्याय हुआ करता था, आज वह बिहार देश में ही अन्य राज्यों से विकास में काफी पिछड़ गया है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भी जो बिहार राजेंद्र बाबू, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, बाबू जगजीवन राम और जननायक कर्पूरी ठाकुर जैसे व्यक्तिव की कर्मस्थली रही हो, जिस बिहार ने आपातकाल के दौरान आंदोलन में पूरे देश का नेतृत्व किया हो, आखिर वह इतना पिछड़ कैसे गया - इसका एक ही कारण है 15 सालों का लालू जी का जंगलराज और विगत दो वर्षों के शासन काल से यह सिद्ध हो जाता है कि बिहार फिर से उसी जंगलराज की भयावह काली रातों की ओर जा रहा है।
उन्होंने कहा कि विडम्बना देखिये कि नीतीश विकास की जो बात कर रहे है वो किसके बूते कर रहे हैं। नीतीश राजद और कांग्रेस के सहारे विकास के वादे कर रहे हैं जो भ्रष्टाचार और जंगलराज के फाँस में आकंठ डूबी हुई है, जिनका पिछला कार्य निष्पादन रिकार्ड ही भ्रष्टाचार और जंगलराज का रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार का विकास दर पिछले २ साल में काफी गिर गया है, राज्य में क़ानून व्यवस्था की हालत काफी जर्जर है, बिजली की स्थिति दयनीय है, शिक्षा का स्तर अभी तक उन्नत नहीं हो पाया है, पीने योग्य पानी का आभाव है तो फिर वे कैसे बिहार को विकास का झूठा सपना दिखाने के वादे का दंभ भरते हैं?
श्री शाह ने कहा कहा कि हम यूँ ही नहीं विकास की बात करते हैं, बल्कि हमने हर जगह जहां भी हमारी सरकारें हैं, विकास करके दिखाया है और इसी का परिणाम है कि हमें उन राज्यों में बार-बार जनादेश मिलता है चाहे वह गुजरात हो या मध्य प्रदेश, चाहे वह राजस्थान हो या छत्तीसगढ़ या फिर गोवा। उन्होंने कहा कि हमने समान रूप से गरीबों, दलितों, शोषितों, पिछड़ों - समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए काफी सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि हमारी राजनीति और परम्परा ही विकास की रही है। श्री शाह ने कहा कि हमारा मानना है कि देश के विकास दर को यदि 10% तक पहुँचाना है तो हमें देश के पूर्वी हिस्सों खासकर बिहार, बंगाल, उत्तर प्रदेश एवं अन्य उत्तर-पूर्वी राज्यों के विकास को देश के पश्चिमी राज्यों के विकास के समकक्ष करना पडेगा। उन्होंने कहा कि इसलिए मैं बिहार की जनता से अपील करता हूँ कि आप विकास और सुशासन के लिए भाजपा को वोट दें।
उन्होंने जनता दल (यूनाइटेड), राजद और कांग्रेस के गठबंधन पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि श्री नीतीश कुमार जिन्होंने लगातार 20 वर्षों तक लालू के जंगलराज के विरोध की राजनीति की और जिसके सहारे वह राज्य की सत्ता तक पहुंचे, केवल स्वार्थ के लिए आपने लालू जी से हाथ मिला लिया जिन्हें भ्रष्टाचार के मामले में माननीय न्यायालय द्वारा सजा हो चुकी है? उन्होंने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि जिस गैर-कांग्रेसवाद के राजनीति की डोर पकड़ कर आपने राजनीति शुरू की थी आज आपने केवल सत्ता की खातिर उसी कांग्रेस पार्टी से हाथ मिला लिया? श्री शाह ने कहा कि यह गठबंधन केवल परिवारवाद को बढ़ावा देने और सत्ता की प्राप्ति के उद्देश्य से किया गया गठबंधन है।
उन्होंने कहा कि जिस कांग्रेस की संप्रग सरकार ने केवल 12,000 करोड़ का पैकेज बिहार को दिया था, आपने उससे हाथ मिला लिया लेकिन श्री मोदी जी ने बिहार को 1.25 लाख करोड़ का पैकेज दिया जो पहले से चल रही योजनाओं के लिए दिए गए 40 हजार करोड़ रुपये के अतिरिक्त है, फिर भी आप विरोध की राजनीति करते हैं?
उन्होंने कहा कि एक ओर जहां केंद्र की हमारी मोदी सरकार ने राज्यों को मिलने वाले अनुदान राशि में तकरीबन 11% की वृद्धि की वहीं दूसरी ओर हमने नीलामी से होने वाली आय को समान रूप से राज्यों को उनके विकास के लिए देनें का फैसला किया। उन्होंने कहा कि पिछले एक सवा साल में श्री मोदी जी की अगुआई में केंद्र सरकार ने गरीबों, दलितों और पिछड़े लोगों के कल्याण के लिए अनेकों जनहित कार्यक्रम शुरू किये हैं जिनका परिणाम अब दिखने लगा है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हम बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने बिहार की जनता से अपील करते हुए कहा कि आपने लालू जी को 15 वर्ष दिए, कांग्रेस को भी आपने एक लम्बा समय दिया, आपने नीतीश जी को भी देखा - अब भाजपा को भी एक मौका दीजिये और मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूँ कि केवल पाँच वर्षों में हम बिहार को देश के अग्रणी राज्यों की पंक्ति में लाकर खड़ा कर देंगें।