Press, Share | Aug 04, 2015
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में 'एक अनकही कहानी: केरल में कम्युनिस्ट हिंसा' विषय पर आयोजित प्रदर्शनी के उद्घाटन वक्तव्य के मुख्य बिंदु
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने आज एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में 'एक अनकही कहानी: केरल में कम्युनिस्ट हिंसा' विषय पर एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए श्री अमित शाह ने कहा कि आज केरल में पार्टी विचारधारा के प्रचार-प्रसार के लिए कार्य करने वाले हमारे कार्यकर्ताओं के साथ हिंसक व्यवहार किया जा रहा है जबकि हमारी प्राथमिकता केरल को विकास के पथ पर अग्रसर करना है। उन्होंने कहा कि जहाँ भी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता विचारधारा और विकास की बात करते हैं, कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ता उनपर कातिलाना हमले करते हैं और ऐसा केवल केरल में ही नहीं हो रहा है; वरन यह हर उस जगह होता रहा है जहाँ उनकी सरकारें रही हैं या जिन क्षेत्रों में वह प्रभावी हैं और यही उनकी आदत है। वह हमेशा से ऐसा ही करते आ रहे हैं।
श्री शाह ने कहा कि केरल के लोगों को यह सोचना पड़ेगा कि ऐसे लोगों पर कबतक विश्वास किया जा सकता है जो राष्ट्रवाद और विकास के लिए काम करने वाले लोगों के ऊपर घातक हमले करते हैं।
उन्होंने कहा कि हिंसा और लोकतंत्र दोनों साथ-साथ नहीं चल सकते।
श्री शाह ने कहा कि इस प्रदर्शनी को दिल्ली में आयोजित कराने का यह औचित्य था कि सबके सामने ये बात लाई जा सके कि केरल में किस तरह से वैचारिक लड़ाई को बर्बर हमलों में तब्दील कर दिया गया है। उन्होंने कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों पर हमला करते हुए कहा कि जो आज केरल में सत्ता में हैं या जो सत्ता में आते रहे हैं, उनकी वजह से वहां देशभक्तों को जान से हाथ धोना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि लोगों को पता चलना चाहिए कि देशभक्तों के साथ केरल में कितना अमानवीय अत्याचार हो रहा है। श्री अमित शाह ने इस प्रदर्शनी के आयोजकों की तारीफ़ करते हुए कहा कि ये केरल में सत्ता में लगातार रहने वाले लोगों द्वारा देशभक्तों और राष्ट्रवाद की वैचारिक लड़ाई लड़ने वालों के साथ किये गए क्रूर वर्ताव को बेनकाब करेगा।