Union Home and Cooperation Minister Shri Amit Shah today unveiled the statue and naming of Road and Rotary as a tribute to Bodofa Upendranath Brahma in New Delhi

Press | May 01, 2025

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में बोडोफा उपेन्द्रनाथ ब्रह्म को श्रद्धांजलि के रूप में रोड और रोटरी का नामकरण और प्रतिमा का अनावरण किया


बोडोफा उपेन्द्रनाथ ब्रह्म की प्रतिमा सिर्फ बोडोलैंड ही नहीं बल्कि अपनी भाषा और धर्म के विकास के लिए संघर्ष करने वाले देश के सभी लोगों का सम्मान है

नई दिल्ली में बोडोफा की प्रतिमा देशभर के जनजातीय समाज के आत्मसम्मान का प्रतीक है

बोडोफा न सिर्फ बोडोलैंड और बोडो जाति, बल्कि पूरे आदिवासी समुदाय के लिए सम्मान, पहचान और समान अधिकारों की लड़ाई शांतिपूर्ण तरीके से लड़ने के लिए जाने जाते हैं

बोडो समझौते के 96 प्रतिशत मुद्दे हमने क्लीयर कर दिए हैं और जल्द ही शत प्रतिशत मुद्दों का हल कर देंगे

मोदी सरकार ने नॉर्थईस्ट में 20 से अधिक समझौते किए हैं, वहाँ के 10 हज़ार से अधिक लोग हथियार डालकर मेनस्ट्रीम में आए हैं और इन 20 से अधिक समझौतों में 78 प्रतिशत मुद्दों की पूर्ति पिछले 3-4 साल में मोदी सरकार ने की है

अब बोडो युवाओं को जियो और जीने दो के सूत्र के साथ बाथो धर्म की मूल संकल्पना को आगे बढ़ाना चाहिए और असम के विकास में अपना योगदान देना चाहिए


केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में बोडोफा उपेन्द्रनाथ ब्रह्म को श्रद्धांजलि के रूप में रोड और रोटरी का नामकरण और प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंता बिस्वा सरमा और दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

अपने संबोधन में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि पूरा जीवन अपनी जाति और क्षेत्र के लिए सम्मान और अधिकार की लड़ाई लड़ने वाले बोडोफा उपेन्द्रनाथ ब्रह्म की आज 35वीं पुण्यतिथि है। उन्हे श्रद्धांजलि देने के लिए आज उनकी आदमकद प्रतिमा और राजधानी दिल्ली के महत्वपूर्ण मार्ग का नाम बोडोफा उपेन्द्रनाथ ब्रह्म मार्ग रखा गया है। उन्होंने कहा कि बोडोफा उपेन्द्रनाथ ब्रह्म की प्रतिमा सिर्फ बोडोलैंड ही नहीं बल्कि अपनी भाषा और धर्म के विकास के लिए संघर्ष करने वाले देश के सभी लोगों का सम्मान है। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली में बोडोफा की प्रतिमा देशभर के जनजातीय समाज के आत्मसम्मान का प्रतीक है।

गृह मंत्री ने पहलगाम आतंकी हमले की भेंट चढ़ने वाले नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए हमले में जान गँवाने वाले लोगों के परिजनों से कहा कि यह केवल उनकी क्षति नहीं है बल्कि पूरे देश की क्षति है। श्री शाह ने कहा कि पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के प्राणों की क्षति का जितना दर्द उनके परिजनों के दिल में है उतना ही देश के हर नागरिक के दिल में है। उन्होंने कहा कि 90 के दशक से कश्मीर में आतंकवाद में लिप्त लोगों के खिलाफ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की ज़ीरो टॉलरेंस की नीति है और हम मज़बूती के साथ अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं। गृह मंत्री ने कहा कि आतंकवादी यह न समझ लें कि आज हमारे नागरिकों की जान लेकर वे यह  लड़ाई जीत गए हैं। श्री शाह ने कहा कि यह लड़ाई का अंत नहीं है, बल्कि मुकाम है, आतंकवाद के लिए ज़िम्मेदार हर व्यक्ति को चुन-चुनकर जवाब दिया भी जाएगा और उससे जवाब लिया भी जाएगा।

श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में चाहे उत्तरपूर्व हो, वामपंथी उग्रवाद हो या फिर कश्मीर में आतंकवाद हो, इन सबका मज़बूती से जवाब दिया गया है। उन्होंने कहा कि कायराना हमला करके कोई अगर यह समझता है कि उनकी जीत हो गई है तो उन्हें यह जान लेना चाहिए कि यह मोदी सरकार है जो किसी को बख्शेगी नहीं। गृह मंत्री ने कहा कि भारत की भूमि से आतंकवाद को समूल उखाड़ फेंकने का मोदी सरकार का संकल्प सिद्ध होकर रहेगा। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में न सिर्फ 140 करोड़ भारतीय बल्कि पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है। दुनिया के सभी देश एकजुट होकर आतकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत की जनता के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि जब तक आतंकवाद समाप्त नहीं होगा हमारी लड़ाई जारी रहेगी और जिन लोगों ने यह कुकृत्य किया है उन्हें निश्चित रूप से दंड दिया जाएगा।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज बोडोफा उपेन्द्रनाथ ब्रह्म की 9 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया गया है। बोडोफा न सिर्फ बोड़ोलैंड और बोड़ो जाति बल्कि पूरे आदिवासी समुदाय के लिए सम्मान, पहचान और समान अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि देश के एक विषम क्षेत्र में जन्मे आदिवासी बच्चे ने पूरे आदिवासी समाज को एकजुट कर अपने अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण तरीके से लड़ने की शिक्षा दी। बोडोफा ने दारुण गरीबी में जीने वाले सभी जनजातियों के लोगों को एकत्रित किया। श्री शाह ने कहा कि आज बोडोफा नहीं हैं लेकिन उनके जियो और जीने दो के सूत्र को पूरे बोड़ोलैंड और आदिवासी समाज ने स्वीकारा है। उन्होंने कहा कि हज़ारों युवाओं के बलिदान के बाद आज हमारा बोड़ोलैंड शांति और विकास के रास्ते पर आगे बढ़ चुका है। आज पूरा असम बोड़ोलैंड के लोगों को स्वीकारता है और बोड़ोलैंड असम को स्वीकारता है। उन्होंने कहा कि इस देश पर बोड़ो लोगों का उतना ही अधिकार है जितना हम सबका। गृह मंत्री ने कहा कि 2014 से देश में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में चल रही सरकार का मानना है कि भारत पर सबका अधिकार है और सब पर भारत का अधिकार है और इसी सूत्र के तहत आज बोड़ोलैंड विकास के रास्ते पर आगे बढ़ा है।

श्री अमित शाह ने कहा कि 9 महीने की व्यापक चर्चा के बाद 2020 में बोड़ो समझौता हुआ और सभी लोग हथियार डालकर मेनस्ट्रीम में शामिल हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जो भी समझौते करती है उनका पालन भी करती है। हमारी सरकार पिछली सरकार के समय में हुए समझौतों का भी पालन कर रही है। उन्होंने कहा कि बोड़ो समझौते के 96 प्रतिशत मुद्दे हमने क्लीयर कर दिए हैं और जल्द ही शत प्रतिशत मुद्दों को हल कर देंगे। श्री शाह ने कहा कि असम और नॉर्थईस्ट के लोगों को मोदी सरकार की यह बहुत बड़ी भेंट है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने नॉर्थईस्ट में 20 से अधिक समझौते किए हैं और 10 हज़ार से अधिक लोग हथियार डालकर मेनस्ट्रीम में आए हैं। 20 से अधिक समझौतों में 78 प्रतिशत मुद्दों की पूर्ति पिछले 3-4 साल में मोदी सरकार ने की है। उन्होंने कहा कि यह बताता है कि हम जो कहते हैं वह करते हैं और आज पूरा असम शांति के रास्ते पर आगे बढ़ चुका है।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि अब बोड़ो युवाओं को जियो और जीने दो के सूत्र के साथ बाथो धर्म की मूल कल्पना को आगे बढ़ाना चाहिए और असम के विकास में अपना योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज असम पूरे दश में औद्योगिक निवेश के लिए आकर्षण का केन्द्र बन गया है और असम में कई उद्योग विकसित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे नॉर्थईस्ट में 220 से अधिक जातीय समूह, 160 से अधिक जनजातियां, 200 से अधिक भाषाएं और बोलियां, 50 से अधिक यूनिक त्यौहार, 30 से अधिक पारंपरिक नृत्य शैलियां और 100 से अधिक स्वादिष्ट व्यंजन हैं। गृह मंत्री ने कहा कि नॉर्थईस्ट और असम की संस्कृति भारत की संस्कृति का अनमोल गहना है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने असम और नॉर्थईस्ट के विकास के लिए कई काम किए हैं। मोदी जी एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो प्रधानमंत्री बनने के बाद 50 से अधिक बार नॉर्थईस्ट गए हैं। श्री शाह ने कहा कि बोड़ोलैंड जैसे दुर्गम क्षेत्रों में भी प्रधानमंत्री मोदी जी कई बार गए हैं जो यह बताता है कि हमारा नॉर्थईस्ट, देश का बहुत बड़ा और महत्वपूर्ण अंग है। उन्होंने कहा कि नॉर्थईस्ट की संस्कृति और ताकत अनमोल हैं और नॉर्थईस्ट के विकास में पूरे देश की ताकत लगे मोदी सरकार इस लक्ष्य को लेकर चल रही है। 


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